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IGNOU MA Hindi (MHD)

MHD (Masters in Hindi) 

July 2023 - June 2025

प्रथम वर्ष

 उपन्यास एवं कहानियां (MHD 03)

Assignment

आधुनिक हिंदी काव्य (MHD 02)

Assignment

हिंदी भाषा और साहित्य का इतिहास (MHD 06)

Assignment

MHD04

Assignment


द्वितीय वर्ष 

साहित्य सिद्धांत और समालोचना (MHD 5)

Assignment


विज्ञान और हिंदी भाषा (MHD 7)

Assignment


भारतीय कहानियां (MHD 12)

Assignment


हिंदी कहानी (MHD 11)

Assignment


कहानी: स्वरूप और विकास (MHD 9)

Assignment


हिंदी काव्य - १ ( आदि काव्य भक्ति काव्य एवं रीति काव्य (MHD 1)

Assignment


प्रेमचंद की कहानियां (MHD 10)

Assignment 


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शैक्षिक तकनीकी का अर्थ तथा परिभाषायें   शैक्षिक तकनीकी का अर्थ   शैक्षिक तकनीकी कोई शिक्षण- पद्धति नहीं है। यह एक ऐसा विज्ञान है, जिसके आधार पर शिक्षा के विशिष्ट उद्देश्यों की अधिकतम प्राप्ति के लिए विभिन्न व्यूह रचनाओं का विकास किया जा सकता है। अब शिक्षण के उद्देश्य निर्धारित हो जाते हैं तो उनको प्राप्त करने के लिए शैक्षिक तकनीकी अस्तित्व में आती है। सामान्य भाषा में ' तकनीकी ' शब्द का अर्थ ' शिल्प ' अथवा ' कला विज्ञान ' से है। तकनीकी शब्द को ग्रीक भाषा में ' टेक्निकोज ' शब्द से लिया गया है। इस शब्द का अर्थ है ' एक कला ' तकनीकी का संबंध कौशल तथा दक्षता से है।। कुछ वर्ष पहले शैक्षिक तकनीकी को दृश्य- श्रव्य सामग्री से और कक्षा में अध्यापन सामग्री से संबंधित माना जाता था, लेकिन शैक्षिक तकनीकी और श्रव्य - दृश्य सामग्री एक जैसे नहीं है। शैक्षिक तकनीकी की परिभाषायें शैक्षिक तकनीकी के अर्थ को और अधिक स्पष्ट करने के लिए विभिन्न परिभाषायें दी गई है जिनका विवरण अग्र प्रकार है- एस.एस. कुलकर्णी के अनुसार, " शैक्षिक तकनीकी को शिक्षण प्रक्रिया में प्...

बी. एस. ब्लूम के ज्ञानात्मक और भावात्मक पक्ष के उद्देश्य Bloom Ke Gyanatmak Bhavatmak Paksh

 बी. एस. ब्लूम के ज्ञानात्मक पक्ष  इस पक्ष का इस पक्ष का विकास प्रोफेसर ब्लूम ने 1956 में किया। इसका संबंध प्रमुख रूप से सूचनाओं, ज्ञान तथा तथ्यों का ज्ञान एवं विषय वस्तु के विश्लेषण, संश्लेषण एवं मूल्यांकन आदि बौद्धिक क्रियाओ से होता है। बौद्धिक प्रक्रियाएं बालक को अधिक अनुभव प्रदान कर अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन की ओर ले जाती है। इस पक्ष के उपवर्गीकरण इस प्रकार है _ ज्ञान  बोध  प्रयोग  विश्लेषण संश्लेषण  मूल्यांकन ज्ञानात्मक उद्देश्य इस बात पर बल देते हैं कि विद्यार्थियों को अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। क्योंकि ज्ञानात्मक पक्ष से संबंधित व्यवहार में प्रत्यय स्मरण तथा पहचान की मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया क्रियाशील रहती है इसलिए स्कूल में पढ़ाई जाने वाले विभिन्न विषयों के द्वारा इस पक्ष को अधिक से अधिक विकसित करने का प्रयास किया जाता है इस पक्ष से संबंधित विभिन्न उद्देश्यों का संक्षिप्त विवरण निम्न प्रकार है- १ ज्ञान - ज्ञान उद्देश्य का संबंध शब्दों, तथ्यों, नियमों, सूचनाओं एवं सिद्धांतों की सहायता से विद्यार्थियों की प्रत्ययस्मरण तथा पहचान संबंधी क...

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बहु इंद्रिय अनुदेशन का अर्थ 'बहु इंद्रिय' अनुदेशन शिक्षा में नया प्रत्यय है, इसका विकास एडगर्डेल ने किया। यह इसकी शब्दावली से ही प्रकट होता है कि वह अनुदेशन जिसमें दो से अधिक इंद्रियां क्रियाशील हो, अनुबंधन शिक्षण का ही एक प्रारूप है। शिक्षण में भी अनुदेशन निहित होता है। शिक्षक की क्रिया अनुदेशन से आरंभ होती है। अनुदेशन से ज्ञान के उद्देश्य की प्राप्ति की जाती है। अनुदेशन की परिभाषा :- अनुदेशन से सीखने की परिस्थितियों उत्पन्न की जाती हैं जिससे छात्र अनुभव करते हैं और उनके व्यवहार में परिवर्तन लाया जाता है। "अनुदेशन क्रिया तथा भाव की एक प्रणाली है जिससे अधिगम होता है" यदि अधिगम को समझ लिया जाए तब अनुदेशन अधिक स्पष्ट हो जाता है । क्रियाओं तथा अनुभवों से जो व्यवहार परिवर्तन होता है उसे अधिगम कहते हैं। यदि व्यवहार परिवर्तन संवेगों, अभिप्रेरणा या परिपक्वता से होता है तो उसे अधिगम नहीं कहते हैं। अनुदेशन का लक्ष्य अधिगम परिस्थितियों उत्पन्न करना है जिससे छात्रों को कुछ करना हो तथा कुछ अनुभव हो जिसका परिणाम अधिगम होता है। एडगार्डेल ने आंतरिक अनुभव का उपयोग बहूइंद्रिय अनुदे...